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एम आय एम - पश्चिम बंगाल के १०० सीट पर है नजर - AIMIM West Bengal

एम आय एम चिफ बॅरिस्टर असदुद्दिन ओवेसी का रुख अब पश्चिम बंगाल की तरफ.



बिहार विधानसभा मे ५ सिटोपर अपनी जीत दर्ज कर और हैदराबाद के निकाय चुनाव की कामयाबी के बाद एम आय एम बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी ने आपना रूख पश्चिम बंगाल की तरफ किया. सीमांचल से लगे पश्चिम बंगाल के काफी क्षेत्र ऐसे है जहा पर मुस्लिम समुदाय ३५-६५ % फीसदी है. ये वही क्षेत्र है जहा मुस्लिम वोट निर्णायक रहता है. यहा की जनता ने अभी तक तृणमूल काँग्रेस को वोट देकर सत्ता मे बिठाया लेकिन हर जगा कि तरह ये क्षेत्र भी विकास काफी दूर है. काफी ऐसे क्षेत्र है जहा सामान्य जनता को मूलभूत सुविधाये भी उपलब्ध नही. जनता ने कोई पर्याय न होने के कारण तृणमूल काँग्रेस को वोट दिया. लेकिन पिछले ५ सालो से एम आय एम बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी यहापर अपनी मैदान मजबूत करनेमे लगे है. जनता एम आय एम को पर्याय के रूप मे देख रही है. २९४ विधानसभा क्षेत्र में १४० ऐसे क्षेत्र है जहा पर मुस्लिम वोट निर्णायक रहते है और यही वह क्षेत्र हे जहा एम आय एम अपनी किस्मत आजमयेंगी. तृणमूल काँग्रेस अध्यक्ष ममता बॅनर्जी अपने भाषण में हैदराबाद से आए एम आय एम अध्यक्ष खासदार ओवेसी का जिक्र करते हुए नजर आ रही है. ममता बॅनर्जी बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी पर यहआरोप लगा रही है के उन्हे पश्चिम बंगाल मे पैसे देकर भाजपने भेजा है ताके हिंदू वोट बीजेपी के पास चला जाये और मुस्लिम व्हॉट एम आय एम को मिले. 
इसका जवाब मे एक टिव्ही चैनल से बात करते हुए बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी ने कहा कि तृणमूल काँग्रेस अध्यक्ष ममता बॅनर्जी ने सबसे पहले अपने घर की हिफाजत करनी चाहिए कितनेे ऐस उनके नेता आहे जो तृणमूल कॉंग्रेस छोड भाजप मे जा रहेे है. एम आय एम चिफ बॅरिस्टर ओवेसी कहा के अभी तक कोई ऐसा नही पैदा हुआ जो मुझे पैसे से खरीद सखे.
 
मुर्शिदाबाद, मालदा, वीरभूम, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिण 24 परगणा ये ऐसे क्षेत्र है जहा पर मुस्लिम समुदाय पचास फीसदी से ज्यादा है और इन्ही जगह पर एम आय एम अपनी किस्मत अजमाने कि कोशिश कर राही है. एम आय एम आपणा होमवर्क पश्चिम बंगाल के १०० सिटोपर कर रही है. अब देखना ये है के पश्चिम बंगाल की जनता एम आय एम का पर्याय कितना अपना आयेंगे. एम आय एम ने पश्चिम बंगाल में सभासद नोंदणी अभियान में लगबग दस लाख सभासद अभी तक पार्टी से जोडे है. अगर किसी तरह एम आय एम बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी का क्रेज बरकरार रहा तो पश्चिम बंगाल के सत्ता बनाने मे एम आय एम एक हम भूमिका निभायेंगे. 
जिस तरहा ममता बॅनर्जी अपने हर भाषण में एम आय एम अध्यक्ष बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी को टार्गेट कर रही है उससे ऐसा लगता है के ममता बॅनर्जी को भाजप से ज्यादा एम आय एम से परेशानी है. और वो नही चाहती के एम आय एम पश्चिम बंगाल में चुनाव लढे लेकिन पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में जिस तरहा टीएमसीने विकास किया है उससे वाहकी जनता पर्याय धूंड रही है. और बिहार चुनाव के कामयाबी के बाद पश्चिम बंगाल की जनता को एम आय एम और एम आय एम अध्यक्ष बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी ज्यादा उम्मीदे है.

सबसे अहं बात के पश्चिम बंगाल मे तृणमूल कॉंग्रेस के साथ साथ ११ और पक्ष है जो चुनाव मे हिस्सा लेने वाले है लेकीन एम आय एम और ओवेसी पश्चिम बंगाल्मे आने  से वाहके प्रस्ताप्तीत को परेशानी हो रही है उन्हे ये दर लाग रहा है के जीन वोटोको हम अपना समजते थे अब उन वोटरोको पर्याय मिलने  पर वो उनका साथ छोड देंगे.    

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