असदुद्दिन ओवेसी ने किया विरोधियो को चॅलेंज
जबसे ए.आय.एम.आय.एम हैदराबाद से निकलकर पुरे देश मे अपने पक्ष का विस्तार करनेमे लगी है तबसे समाज मेसे खुछ घटक और कुछ राजनेतिक पार्टीओ के कार्यकर्ता एम.आय.एम को भजापा की बी टीम या एजंट बताने की कोशिश कर रहे है. २०१२ तक एम.आय.एम हैदराबाद तक ही सीमित थी वहा पर एम.आय.एम का एक खासदार, ७ आमदार, और महानगर पालिका मे ६० से अधीक नगरसेवक चून कर आते रहे है. लेकीन जबसे एम.आय.एम के सर्वेसर्वा खा. असदुद्दिन ओवेसी ने कॉंग्रेस गटबंदन छोड अपने पार्टी को पुरे देशमे मे विस्तार और हर चुनाव लडणे का फैसला किया तबसे एम.आय.एम को भजापा का एजंट बनाकर पेश किया जाने लगा है. जबभी किसी राज्य मे चुनाव रहेने पर और असद ओवेसी की पार्टी चुनाव लडणे का फैसला करती तब कूछ पार्टी आपने चुनाव से ज्यादा ओवेसी को एजंट बनामे ज्यादा मेहनत करते नजर आते है.. महारष्ट्र चुनाव हो बिहार चुनाव हो या देश मे कही पर भी चुनाव हो. हद तो ये हो गयी है की जहा पर ओवेसी की पार्टी चुनाव नही लड रही होती वहा भी हार का ठीकडा ओवेसी पर फोडणे का काम किया जा रहा है.
हालही मे बिहार चुनाव मे एम.आय.एम ने २० जगहपर अपने उमीदवार उतारे है जिसका नतीजा १० नवंबर को आना है. लेकीन प्रचार के दौरण फिर वही कार्ड विरोधियो के तरफसे खेला जा रहा है. विरोधियो ने फिर एम.आय.एम को भाजप की बी टीम और एजंट का प्रचार जोरो शोरोसे शुरू किया. इसका जवाब देते हुए एम.आय.एम अध्यक्ष असदुद्दिन ओवेसी ने चलेंज किया है की जो मुजे भाजप का एजंट बोलता है उन्हे चेलंजे है की वो साबित करे अगर वो साबीत करते है तो उस व्यक्ती को असदुद्दिन ओवेसी की तरफ से उमरा जाने का टिकत दिया जायेंग और खास बात ये है उस व्यक्ती के साथ ओवेसी खुद भी जायेंगे और मोहम्मद पैगंबर स. इनके रोजा ए शरीफ के पास पैगंबर स. के कदम मुबारक के पास खडे होकार ओवेसी के लिये बद दुआ करे और ओवेसी खुद आमीन कहेंगे.
ओवेसी ने कहा अगर विरोधियो के पास मेरे एजंट होनेके सबूत है तो मेरा ये चेलेंज स्वीकार करे. आपको बातादे हैदराबाद से निकल कर एम.आय.एम के अब महाराष्ट्र मे एक खासदार, दो आमदार, और कही नगरसेवक और सदस्य है. अब एम.आय.एम. पुरे देश मी चुनाव लडणे का फैसला ले चुकी है. लेकीन बिहार सिमंचाल मे हवा का रुख एम.आय.एम की ओर जाता दिख रहा है.
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