काँग्रेस से भाजप को कैसे मिला फायदा? - Hyderabad election GHMC

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हैदराबाद - एक तारीख को हुए  ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के नतीजे आज सामने आए. मत गणना के शुरुवाती दौर मे भाजप सबसे आगे नजर आ रही थी. ऐसा लग रहा था कि भाजप सत्ता बनायेंगी और सबसे पहला काम हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर रख देंगे

लेकिन जैसे ही मतगणना का दौर आगे बढने लगा भाजप पीछे सरकने लगे. टी आर एस सबसे बडी पार्टी बंद कर उभरणे लगी. कुछ पल के लिये ऐसा माहोल बन गया था की एम आय एम अध्यक्ष बॅरिस्टर असदुद्दिन ओवेसी अपने ही घर मे नाकाम हो जायेंगे. 

ग्रेटर हैदराबाद मुन्सिपल कॉर्पोरेशन का चुनाव भाजप बनाम एम आय एम बना हुआ था. भाजपने अपनी पुरी ताकत इस चुनाव मे झोक डाली थी. भाजपने अपने सारे वरिष्ठ नेता चुनावी मैदान मे उतारे थे. पुरे चुनाव मे आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे और भाजप की तरफ से दावा किया गया हैदराबाद नगर निगम चुनाव मे भाजप सबसे बडी पार्टी बनकर उभारेंगी. 

लेकिन हैदराबाद की जनता ने फिर एक बार टी आर एस और एम आय एम को जिताया. एम आय एम अपना गड इतना मजबूत कर चुकी है के उसे तोडणा इतना आसान नही है. भाजपने जिस तरहा वोटोका  ध्रुवीकरण किया इसका फायदा भाजप 4 से 30 सिटपर आ गये. 

लेकिन पिछले हैदराबाद नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के दो नगरसेवक होने के बावजूद काँग्रेसने इस बार १५०  यांनी पुरे जगह पर अपने प्रत्याशी मैदानमे उतारे थे. लेकिन हैदराबाद की जनता ने कांग्रेस का साथ ना देखा सिर्फ 3 जगह काँग्रेस को कामयाबी हासिल . 

अभीतक आए नतीजोसे ऐसा लग रहा है कांग्रेस के प्रत्याशी का सीधा सीधा फायदा भाजप को हुआ है. टी  आर एस पिछली बार के मुकाबले इस बार कम सिटपर समाधान मानना पडेगा. लेकिन टी आर एस सत्ता बनानेे मेे कामियाब रहेंंगी. रुजानोसे साफ नजर आ रहा है टी आर एस को इस बार नुकसान उठाना पड रहा है. 

अगर काँग्रेस की जगह एम आय एम पुरे १५० जगह चुनाव लढती और भाजपाा चूनकर आती तो यही  काँग्रेसी  एम आय एम को बदनाम करने लग जाती ये दिखाने मे लग जाते किस तरह एमआय एम भाजप को जिताया.

लेकिन हैदराबाद चुनाव के नतीजे देखने के बाद ऐसा लगता है भाजप के सीट बढने मे कही ना कही काँग्रेस जिम्मेदार है इसी का कारण है के टी आर एस के सीट कम होते नजर आ रहे है.

महाराष्ट्र के बाद बिहार मे सफलता हासिल कर और अपना गड सुरक्षित रख एम आय एम का रुख बंगाल और उत्तर प्रदेश की तरफ है. बंगाल की जनता एम आय एम अध्यक्ष बॅरिस्टर असदुद्दीन ओवेसी इस्तेकबाल करणे बेताब है. एम आय एम अध्यक्ष बॅरिस्टर असदुद्दिन ओवेसी ने बताया भारतीय संविधान उन्हे चुनाव लढणे का अधिकार दिया है और भारत में सभी जगह चुनाव लढने वाले है.

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